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शिक्षा पर संकट: 37 लाख छात्रों ने छोड़ी पढ़ाई, जानें क्या कहती है रिपोर्ट!

शिक्षा पर संकट: 37 लाख छात्रों ने छोड़ी पढ़ाई, जानें क्या कहती है रिपोर्ट!

स्कूली शिक्षा में गिरावट: 37 लाख नामांकन कम, माध्यमिक स्तर पर सबसे ज्यादा असर, रिपोर्ट में खुलासा

स्कूली शिक्षा का हाल:
देशभर में स्कूली शिक्षा के नामांकन में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। शिक्षा मंत्रालय की यू-डीआईएसई प्लस रिपोर्ट 2023-24 के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस बार नामांकन में 37 लाख की कमी आई है। गिरावट का सबसे बड़ा असर माध्यमिक स्तर (कक्षा 9वीं से 12वीं) पर हुआ है। यह कमी अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और लड़कियों के वर्ग में अधिक देखी गई है।

माध्यमिक स्तर पर तीव्र गिरावट

वर्ष 2023-24 में कुल नामांकन 24.80 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष 25.17 करोड़ था। माध्यमिक स्तर पर 17 लाख छात्रों ने स्कूल छोड़ दिया।

  • प्रारंभिक चरण (कक्षा 2 से 5): 7 लाख की कमी।
  • मध्य चरण (कक्षा 6 से 8): 3 लाख से अधिक की कमी।
  • माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से 12): 17 लाख छात्रों की गिरावट।

हालांकि, प्री-प्राइमरी स्तर पर उत्साहजनक सुधार देखा गया है।

प्री-प्राइमरी स्तर पर बढ़त

प्री-प्राइमरी स्कूलों में नामांकन में लगभग 29 लाख की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

  • वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 1.01 करोड़ था।
  • वर्ष 2023-24 में यह बढ़कर 1.30 करोड़ हो गया।

स्कूलों की संख्या में मामूली सुधार

स्कूलों की संख्या 2023-24 में 5,782 बढ़कर 14.71 लाख हो गई है। हालांकि, यह संख्या अभी भी 2021-22 (14.89 लाख) और 2020-21 (15.09 लाख) की तुलना में कम है।

गिरावट के संभावित कारण

  • माध्यमिक स्तर पर ड्रॉपआउट: छात्रों का स्कूल छोड़ने का मुख्य कारण गरीबी, जागरूकता की कमी और शिक्षा में रुचि की कमी हो सकता है।
  • स्कूलों की कमी: विभिन्न राज्यों में सरकारी और निजी स्कूलों का बंद होना नामांकन पर असर डालता है।
  • शिक्षा प्रणाली में बदलाव: नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के कारण प्राथमिकता बदल रही है, जिससे स्किल आधारित शिक्षा पर अधिक जोर दिया जा रहा है।

क्या हो सकता है समाधान?

  • सरकारी नीतियां: ड्रॉपआउट को रोकने के लिए अधिक छात्रवृत्तियों और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता है।
  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार: सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
  • प्रवेश को सरल बनाना: माध्यमिक स्तर पर नामांकन बढ़ाने के लिए नए प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं।

निष्कर्ष

शिक्षा मंत्रालय को स्कूली शिक्षा में गिरावट के इस ट्रेंड को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। छात्रों को प्रेरित करने के लिए नीतियों में सुधार और नए संसाधनों का समावेश आवश्यक है।

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